उत्तर की दीवार
उत्तर की दीवार जो, छोटी पतली होय ।
सबके बाद इसे बना, सबसे नीचे होय ।।
सबसे नीचे होय, नैऋत्य जावे ऊँचा।
वहाँ पानी टंकी, और एंटीना ऊँचा।
कह ‘वाणी’ कविराज, कर्ज पूरा जाय उतर।
वह भगे दूर-दूर, देख-देख दिशा उत्तर ।।
शब्दार्थ: : एंटीना = टी.वी. का एंटीना
भावार्थ: निर्माण कार्य के अन्तर्गत उत्तर दिशा की दीवार ऊँचाई में कम, मोटाई में कम एवं लम्बाई में दक्षिण की तुलना में कुछ अधिक होनी चाहिए। नैऋत्य का भाग सबसे ऊँचा हो उसके ऊपर पानी की ओवर हेड टंकी, टीवी का एन्टीना पिरामिड इत्यादि होने चाहिए।
‘वाणी’ कविराज कहते हैं कि इससे आय बहुत अधिक बढ़ जाती है। यदि कर्ज-भार है तो वह अतिशीघ्र उतर कर उत्तर दिशा की लम्बी दीवार देख-देख कर और दूर-दूर भगता जावेगा।
वास्तुशास्त्री : अमृत लाल चंगेरिया
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